सूर्य को जल कैसे चढ़ाएं-Surya Ko Jal Kaise Chadhaye

सूर्य को जल कैसे चढ़ाएं-Surya Ko Jal Kaise Chadhaye

सूर्य को जल कैसे चढ़ाएं (Surya Ko Jal Kaise Chadhaye): सूर्य देव को जल चढ़ाने का मुख्य उद्देश्य आभार और भक्ति का व्यक्त करना होता है। सूर्य देव हिन्दू धर्म में ऊर्जा और जीवन के प्रति महत्वपूर्ण देवता माने जाते हैं, इसलिए लोग सूर्य देव को जल चढ़ाकर व प्रार्थना करके उनका आभार व्यक्त करते हैं।
सूर्य देव को जल चढ़ाने के बाद, वे ध्यान करते हैं और प्रार्थना करते हैं ताकि उनका दिन सकारात्मक और आध्यात्मिकता के साथ शुरू हो।

सूर्य देव को जल देने के फायदे- Surya Dev Ko Jal Dene Ke Fayde

सूर्य को जल देने से शांति और मानसिक स्थिरता की ओर बढ़ावा मिलता है। सूर्य को जल चढ़ाने से आपको प्राकृतिक ऊर्जा का अनुभव होता है, जो आपको सकारात्मक और उत्साही बनाता है। यह एक प्राचीन और प्राचीन परंपरा का हिस्सा है, जिसे लोग अपने धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

जाने कि Surya Ko Jal Kaise Chadhaye (सूर्य को जल कैसे चढ़ाएं)

● उगते सूर्य को पूर्व दिशा में जल अर्पित करने से आत्मविश्वाश बढ़ेगा, आंतरिक ऊर्जा का विकाश, ग्रहों की शांति, व रोगों का नाश होगा

● तांबे के लौटे में जल , कुमकुम रोली , चावल या लाल फूल डालकर अर्ध्य दे।

● अर्ध्य देते समय दोनों हाथ ऊपर रखे और सुर्य की किरणों को देखें।

● पैरों पर पानी न आये, इसका ध्यान रखें।

● अर्ध्य देने के बाद अर्ध्य जल की पांच परिक्रमा लगाये और धरती को प्रणाम करें।

● पैरो में जूते चप्पल आदि न पहनें।

● सूर्य मंत्र और गायत्री मंत्र का जाप करें।

● अगर किसी दिन ख़राब मौसम की वजह से सूर्य देव के दर्शन ना हो तो भी पूर्व दिशा की और सूर्य देव का ध्यान कर के अर्ध्य दे।

● इस अनुष्ठान को रोज़ सूर्योदय के समय करें, लेकिन यदि यह रोज़ नहीं हो सकता, तो आप इसे हर रविवार को या अन्य विशेष अवसरों पर कर सकते हैं।

सूर्य गायत्री मंत्र

ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयत।।

सूर्य देव को प्रसन्न करने व मनचाहा फल प्राप्त करने के लिए सूर्य गायत्री मंत्र का जाप करे। इस मंत्र के जाप से सूर्य भगवन की आराधना और उनकी कृपा पाने के लिए विनती की जाती है।

इस मंत्र के माध्यम से हम कहते है कि हे सूर्यदेव हम आपकी की आराधना करने है कि हमे प्रकाश से प्रकाशित करे और हमे बुद्धि का देकर हमारे नाम को इस संसार में अपने प्रकाश के सामान उज्जवल करें।

सूर्य को जल चढ़ाने का मंत्र

ॐ मित्राय नम:
ॐ रवये नम:
ॐ सूर्याय नम:
ॐ भानवे नम:
ॐ खगाय नम:
ॐ पूषणे नम:
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
ॐ मरीचये नमः
ॐ आदित्याय नमः
ॐ सवित्रे नमः
ॐ अर्काय नमः
ॐ भास्कराय नमः


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